ये पाँच मुख इस प्रकार हैं
1. वानर मुख- पूर्व दिशा में. यह दुश्मनों पर विजय प्रदान करता है.
2. गरुड़ मुख- पश्चिम दिशा में. यह जीवन की रुकावटों और परेशानियों का नाश करता है.
3. वराह मुख- उत्तर दिशा में जो लंबी उम्र, प्रसिद्धि और शक्ति का दायक है.
4. नृसिंह मुख- दक्षिण दिशा में, जो मन से डर और तनाव को दूर करता है.
5. अश्व मुख- आकाश की दिशा में जो समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति करता है.